संयोगिता कौन थी, जीवन परिचय, मृत्यु, जन्म, पृथ्वीराज चौहान की पत्नी, डेथ हिस्ट्री, इतिहास, स्वयंवर, रचना (Sanyogita Biography, Death in Hindi) (Kaun Thi, Death History, News, Movie)
अगर आज के दौर में हम प्रेम की मिसाल दें तो हम सब के जेहन में बहुत से नाम आएंगे जिसमे से कुछ हैं हीर रांझा, रोमियो जूलिएट और शिरीद फरान लेकिन एक नाम है जो इन सबसे भी पहले हमारे दिल और दिमाग में आएगा वो है हमारे भारत की शान राजपूत सम्राट पृथ्वीराज चौहान और संयोगिता का। पृथिवराज चौहान को जिसने अपने प्यार का दिवाना बनाया और अजमेर से कोसों दूर कन्नौज में खींच के लाने में कामयाब रहीं वो थी संयोगिता। तारागढ़ और अजमेर का नाम इन दोनों की याद दिलाता है। इसी याद को ताजा करने के लिए जानते हैं संयोगता से जुड़े कुछ अहम पहलूओं के बारे में।
संयोगिता का जीवन परिचय (Sanyogita Biography in Hindi)
पूरा नाम | संयोगिता चौहान |
जन्म स्थान | कन्नौज |
धर्म | हिंदू |
राजवंश | चौहान वंश |
पिता का नाम | जयचंद |
संयोगिता के प्रेम की शुरूआत (Sanyogita and Prithviraj Chauhan Love Story)
संयोगता और पृथ्वीराज चौहान की प्रेम की शुरूआत तब हुई जब वो दिल्ली के युवराज बने। वहीं से उनकी प्रेम की शुरूआत हुई। उन्होंने जब सुना की दिल्ली के लिए किसी युवराज को चुना है और वो देखने में काफी सुंदर है, तो वो उनकी तस्वीर देखे बिना नहीं रह पाई और जब उन्होंने वो देखी तभी वो उन्हें अपना दिल दे बैठी। लेकिन दोनों का मिलना इतना आसान नहीं था। क्योंकि महाराजा जयचंद जो की संयोगिता के पिता थे, उनकी पृथ्वीराज चौहान से कट्टर दुश्मनी थी और वो अपनी बेटी उनको नहीं देना चाहते थे।
संयोगिता का स्वंयवर (Sanyogita Swayamvar)
राजा जयचंद चाहते थे कि, उनकी बेटी का विवाह ऐसे व्यक्ति से हो जिसको वो चुने। लेकिन ऐसा हो नहीं पाया जब स्वंयवर का दिन आय तो राज्यों के सभी राजकुमारों और महाराजाओं को बुलाया गया। लेकिन दुश्मनी के कारण पृथ्वीराज चौहान को शादी का निमंत्रण नहीं दिया गया। ऐसे में उनके पिता ने पृथ्वीराज चौहान की मूर्ति द्वारपाल के पास लगा दी। जब संयोगिता वरमाला डालने आई तो उन्हें वो नहीं दिखाई दिए। जिसके बाद वो वहां रखी मूर्ति के पास गई और वरमाला उसके गले में डालने लगी। जैसे ही वो वरमाला डालने लगी तभी पृथ्वीराज चौहान वहां आ गए और वो वरमाला उनके गले में डल गई। जिसके बाद संयोगिता के पिता आग बबूला हो गए और तलवार निकालकर संयोगिता को मारने की तरफ बढ़े। तभी पृथ्वीराज चौहान ने उनका हाथ पकड़ा और भरी सभा में उन्हें वहां से भगा कर ले गए।
संयोगिता का विवाह (Sanyogita Marriage)
पति का नाम | पृथ्वीराज चौहान |
विवाह कब हुआ | 12 वीं सदी |
राजवंश | चौहान वंश |
रानी संयोगिता की कैसे हुई मृत्यु (Sanyogita Death History)
रानी संयोगिता की मृत्यृ नहीं हुई बल्कि वो सती हुई। ऐसा माना जाता है कि, पुराने जमाने में पति की मृत्यृ के बाद पत्नी का कोई अस्तीत्व नहीं रह जाता और इससे पहले उन्हें कोई मुगल राजा उठाकर ले जाए वो उससे पहले ही सती हो जाती है। कुछ इसी तरह का कार्य किया संयोगिता ने और अपनी इच्छा से देह त्याग दिया।
संयोगिता और पृथ्वीराज चौहान के जीवन पर बनी फिल्म (Sanyogita and Prithviraj Chouhan Biopic Movie)
संयोगिता और पृथ्वीराज चौहान के जीवन पर फिल्म तैयार की गई है। जिसमें अक्षय कुमार पृथ्वीराज चौहान का किरदार निभाते नजर आएगे और उनकी पत्नी के रूप में संयोगिता का किरदार निभाती हुई नजर आएगी मानुषी छिल्लर। इस मूवी में उनके जीवन परिचय से जुड़े सारे किरदारों को अच्छे से दर्शया गया है। यह फिल्म जनवरी, 2022 में रिलीज़ होने जा रही है. यह एक बड़े बजट की फिल्म है. जिससे फैन्स को काफी सारी उम्मीदें हैं.
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