महाकवि चंद्रवरदाई जी का जीवन परिचय (Chandra Bardai Biography in Hindi)

महाकवि चंद्रवरदाई जी का जीवन परिचय, कौन थे, भारत देश के पहले महाकवि, पुत्री का नाम, कहानी, रचना (Chandra vardai Biography in Hindi) (Jeevan Parichay, Poem, Doha, Kavita, Pramukh Rachana, Family, Early Life, Caste, Prithviraj Raso)

चंद्रवरदाई भारत के पहले कवि थे। चंद्रवरदाई हमारे भारत देश के आखिरी महान सम्राट पृथ्वीराज चौहान के मित्र और राजकवि हुआ करते थे। पृथ्वीराज चौहान के प्रिय सखा होने के कारण चंद्रवरदाई उनके साथ उनके महल में ही रहते थे और राजकीय कामों में उनके सलाहकार भी थे। चंद्रवरदाई ने महान ग्रंथ पृथ्वीराज रासो लिखा था जो आज भी बहुत अधिक प्रसिद्ध है। चलिए जानते हैं चंदवरदाई के जीवन से जुड़ी हुई बातें उनका जन्म का परिवार कार्यकाल आदि। 

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चंद्रवरदाई जी का जीवन परिचय (Chandra vardai Biography in Hindi)

नामचंद्रवरदाई
जन्म30 सितम्बर 1149
जन्म स्थानलाहौर
मृत्यु1249 
प्रसिद्धीभारत के प्रथम कवि
महाकाव्य का नामपृथ्वीराज रासो
जातिभट्ट जाति के जगात नामक गोत्र
पत्नी का नामकमला, गौरन
बच्चे10 लड़के, 1 बेटी
मित्र का नामसम्राट पृथ्वीराज चौहान

चंद्रवरदाई का जन्म एवं परिचय (Chandra vardai Birth and Relation with Prithviraj Chauhan)

महान कवि चंद्रवरदाई का जन्म लाहौर में हुआ था। चंद्रवरदाई चंडीसा राव भट्ट के कलादि गोत्र से थे। माना जाता है कि सम्राट पृथ्वीराज चौहान और चंद्रवरदाई का जन्म एक ही दिन हुआ था और दोनों की मृत्यु भी एक ही दिन हुई थी। जन्म से मरने तक पृथ्वीराज चौहान और चंद्रवरदाई हमेशा साथ रहा करते थे। पृथ्वीराज चौहान चाहे महल में हो या युद्ध में चंद्रवरदाई को हमेशा अपने साथ लेकर जाते थे और हर निर्णय में उनका मशवरा लेते थे। चंदबरदाई ने 1165 से 1195 तक पृथ्वीराज चौहान के साथ अजमेर और दिल्ली पर शासन किया था। 

चंद्रवरदाई की पत्नी, पुत्र, पुत्री एवं परिवार (Chandra vardai Wife, Son, Daughter, Family)

महाकवि चंदवरदाई ने दो बार शादी की थी उनकी पत्नीयों का नाम कमला और गौरन था। जिन से उनको 10 लड़के और एक लड़की थी।  

चंदवरदाई जी का करियर (Chandra vardai Career)

चंद्रवरदाई कवि को साहित्य पुराण व्याकरण आदि में महारत हासिल थी। वे बहुत सी ऐसी ऐसी बोलियों के जानकार थे जिसको आम लोग जानते भी नहीं थे। चंद्रवरदाई सम्राट पृथ्वीराज चौहान के परिवार के सदस्य के तरह ही थे। 1192 में मोहम्मद गोरी से युद्ध के दौरान पृथ्वीराज चौहान हार जाते हैं और वह उन्हें अपने महल में ले जाता है। मोहम्मद गोरी के महल में पृथ्वीराज चौहान चंदवरदाई की मदद से ही मोहम्मद गौरी को मार देते हैं। 

पृथ्वीराज रासो महाकाव्य की रचना (Prithviraj raso Poem Written By)

पृथ्वीराज चौहान और चंद्रवरदाई के बीच गहरी दोस्ती थी और एक दूसरे के प्रति प्रेम भी बहुत अधिक था। इसी के चलते चंद्रवरदाई ने हिंदी भाषा का प्रथम महाकाव्य अपने प्रिय मित्र पृथ्वीराज चौहान के जीवन पर लिखा था जिसका नाम पृथ्वीराज रासो। इस महाकाव्य में सम्राट पृथ्वीराज चौहान के जीवन से जुड़ी अनेक घटनाएं बताई गई थी। इस महाकाव्य को पढ़ कर समझ सकते हैं कि पृथ्वीराज चौहान का चरित्र व्यवहार कैसा था। इस महाकाव्य में लगभग एक लाख छंद है जो पृथ्वीराज चौहान की उपलब्धि ऐतिहासिक इतिहास के बारे में बताते हैं। इस महाकाव्य में ढाई हजार पृष्ठ लिखे गए हैं, जिसमें कुल 69 अध्याय हैं। महाकाव्य पृथ्वीराज रासो के बारे में कहा जाता है कि इसका अंतिम भाग चंद्रवरदाई के पुत्र जलहड़ ने पूरा किया था। महाकाव्य पृथ्वीराज रासो को चंद्रवरदाई ने जिस भाषा में लिखा था उसे भाषा शास्त्री पिंगल कहते हैं जो राजस्थान की ब्रजभाषा का पर्याय है। इसीलिए चंद्रवरदाई को ब्रज भाषा में महाकाव्य लिखने के लिए प्रथम महाकाव्य कहा जाता  है। इस महाकाव्य में सम्राट पृथ्वीराज चौहान के युद्ध से जुड़ी हुई बहुत सारी घटनाएं बारीकी से बताई गई है इसके साथ ही इस महाकाव्य में वीरता पूर्ण तरीके से लड़े गए युद्ध और प्रेम प्रसंगों की भी जानकारी है। इस महाकाव्य को चंद्रवरदाई जी ने सिर्फ दो रस वीर और श्रृंगार में ही लिखा है। वैसे इस रचना को चंद्रवरदाई जी ने ऐसे लिखा है जैसे वह प्रत्यक्षदर्शी है। लेकिन कुछ ऐसे प्रमाण भी मिलते हैं जिससे यह स्पष्ट होता है कि इस महाकाव्य को पूरा करने वाला कोई अज्ञात कभी है जो चंद्रवरदाई और पृथ्वीराज चौहान को जानता था। 

हिंदी साहित्य के प्रथम महाकवि का सम्मान (First Great Poet of Hindi Literature)

महान कवि आचार्य रामचंद्र शुक्ल जी ने स्वयं अपने एक काव्य “हिंदी साहित्य का इतिहास” में लिखा था कि चंद्रवरदाई हिंदी साहित्य के पहले महाकवि है और इनकी रचना पृथ्वीराज रासो पहला महाकाव्य है। 

चंदवरदाई जी की मृत्यु (Chandra vardai Death)

महान कवि चंदवरदाई जी का निधन संवत 1249 को हुआ था। कहते हैं कि सम्राट पृथ्वीराज चौहान का निधन भी इसी दिन हुआ था लेकिन इसके कोई पुख्ता सबूत नहीं मिलते हैं। 

पृथ्वीराज चौहान मूवी (Prithviraj Chauhan Movie)

अक्षय कुमार की फिल्म पृथ्वीराज चौहान 21 जनवरी 2022 को आने वाली है। इस फिल्म में अक्षय कुमार के अलावा मानुषी चिल्लर और संजय दत्त मुख्य भूमिका में दिखाई देंगे। इसके अलावा फिल्म में  पृथ्वीराज चौहान के करीबी मित्र चंदवरदाई के रोल में सोनू सूद दिखाई दे रहे हैं। फिल्म का टीजर रिलीज कर दिया गया है आने वाले समय में गणतंत्र दिवस के मौके पर इस फिल्म को रिलीज किया जाएगा। 

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